Tuesday 8 September 2009

श्रद्धांजलि -वई.एस.आर .

हमारे आदरणीय मुख्यमंत्रीजी का दर्दनाक मृत्यु मेरे मन में ऐसा प्रभाव डाला की उससे बाहर निकलना बहुत कठिन है मन एकदम उदास होगया है उनका व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली है की वे सही मायनों में गांधीजी,नेहरूजी,शास्त्रीजी,इन्दिरागान्धिजी,राजीवगांधी ,के सही मायनों में प्रतिनिधि थे उनकी जगह कोई नही लेसकता
उनकी कर्मभूमि हमेशा गावों में ही थीगावों में जाकर उनके बीच अधिक से अधिक समय बताने की उनकी आदत थी जब वे इस पद पर नह थे और जन साधारण के बीच रहकर उनसे बातचीत करते थे तब कई लोगो का विचार था की यह सब उनका इलेक्शन में जीतने का व्यूह है और जीतने के बाद यह सब छोड़ देंगे ,पर उनका जीत के बाद भी यही रवैय्या रहा जिसे देख कर सभी दंग रह गए उन्होंने जो कहा वही किया ,वे अगर किसीको वादा करते थे तो पूरा करते थे
समाज सेवा के कार्यक्रमों में ही अधिक रूचि रखते थे किसी फिल्मी मनोरंजन के फंक्शन्स में भाग लेना पड़ता तो उनके चेहरे पर उत्सुकता नही दिखती थी वे सही मायनों में एक भारतीय नेता थे जो की भारत के किसानो ,गरीब नारियो ,बीमारों की जरूरतों को अधिक प्रधानता देते थे वे एक बहुत ही सरल और सादा व्यक्तित्व रखते थे छोटे लफ्जों में ,अपने विचारों को व्यक्त करते थे उनको भूल पाना बहुत कठिन है वे हमेशा हमारे दिल में रहेंगे

2 comments:

  1. वे सही मायनों में एक भारतीय नेता थे
    very god man

    http://sanjay.bhaskarblogspot.com

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  2. उनको भूल पाना बहुत कठिन है वे हमेशा हमारे दिल में रहेंगे
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